भारतीय राजनीति में अक्सर शब्दों की मर्यादा और आचरण चर्चा का विषय बनता है। हाल ही में भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री एवं जिला कार्यान्वयन समिति के सदस्य अंकुर गुप्ता ने Political Disrespect Controversy से जुड़ी एक बेहद संवेदनशील घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के मंच से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की दिवंगत माताजी के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की है। अंकुर गुप्ता के अनुसार, यह केवल प्रधानमंत्री की माता का नहीं, बल्कि हर भारतीय मां और महिला के सम्मान का अपमान है।
सार्वजनिक मंच पर असंवेदनशील भाषा की निंदा
सिमरी थाना क्षेत्र के बिठौली मंच से, कांग्रेस समर्थकों और मोहम्मद नौशाद द्वारा प्रधानमंत्री मोदी जी की दिवंगत माता को लेकर कथित रूप से अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया गया। अंकुर गुप्ता ने प्रशासन से यह मांग की है कि ऐसे लोगों की गिरफ्तारी 24 घंटों के अंदर की जानी चाहिए। उनके अनुसार, सत्ता की लालसा में कांग्रेस और आरजेडी जैसे दल मर्यादा उठाने लगे हैं, जो बेहद गंभीर चिंता का विषय है।

राजनीतिक दुर्भावना और मानसिकता पर सवाल
अंकुर गुप्ता ने विपक्षी नेताओं की भाषा और आचरण को उनकी निराशा और खोखली मानसिकता का प्रमाण बताया। उनका कहना है कि जनता से लगातार समर्थन और आशीर्वाद न मिलने से ऐसी भाषा सामने आ रही है, जो लोकतंत्र की गरिमा को ठेस पहुंचाती है। सियासी प्रतिद्वंद्विता के बावजूद व्यक्तिगत और पारिवारिक विषयों पर शालीनता अपेक्षित है, वहीं इस सीमा का बार-बार उल्लंघन चिंताजनक है।
बिहार की जनता का जवाब–Political Disrespect Controversy
उन्होंने भरोसा जताया कि बिहार की जनता सब देख और समझ रही है। उन्होंने कहा कि पहले बिहार को अपमानित करने और अब प्रधानमंत्री की माताजी के लिए ऐसी असंवेदनशील भाषा का इस्तेमाल, जनता वोट के जरिए इसका उचित जवाब देगी। अंकुर गुप्ता ने अपने बयान के अंत में आह्वान किया कि राजनीति में भाषा की मर्यादा और व्यक्तिगत सम्मान बनाए रखना सभी दलों की साझी जिम्मेदारी है।

दरभंगा से तुलसी झा खबर हिंदुस्तानतक
अंग्रेजी में खबर पढ़ने के लिए:- यहाँ क्लिक करें
ट्रेंडिंग न्यूज़ हिंदी में पढ़ने के लिए:- यहाँ क्लिक करें