दरभंगा शहर के Laheriasarai Tower Chowk (लहेरियासराय टावर चौक) पर स्थित “गांधी स्मारक स्तम्भ” सिर्फ एक प्रतिमा नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक धरोहर और राष्ट्रपिता को सम्मान देने का प्रतीक है। यह गांधी स्मारक स्तम्भ वैश्य रत्न स्व.अशर्फी महासेठ के द्वारा निर्माण किया गया था। यह स्तम्भ राष्ट्रपिता के निशानी को संरक्षित करने के लिए बनाया गया था। लेकिन वर्तमान समय में इसकी स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब है। वैश्य सूड़ी समाज महासंघ के जिला अध्यक्ष अशोक नायक ने इस विषय के विरुद्ध आवाज उठाई और जिला प्रशासन से आवश्यक सुधार करने की मांग की है।
मुख्य मुद्दे
खंडित प्रतिमा पर माल्यार्पण: 2 अक्टूबर, 30 जनवरी, 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को पिछले 18 वर्षो से टूटी हुई प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जा रहा है। यह राष्ट्रपिता का अपमान है।
प्रतिमा की क्षति: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा की दये टांग का घुटना पूरी तरह से नष्ट हो चूका है। जो की एक समाज के रूप से शोभनीय नहीं है।
स्मारक की सफाई की अनदेखी: Laheriasarai Tower Chowk (लहेरियासराय टावर चौक) पर स्थित “गांधी स्मारक स्तम्भ” पूरी तरह से गंदगी से भरा रहता है। जिससे वहां आने-जाने वाले नागरिकों में असंतोष का भाव है।
अव्यवस्थित बिजली तार: “गांधी स्मारक स्तम्भ” के ऊपर से बहुत सारी बिजली के तारे गुजर रहे है। यह न केवल इस स्मारक की सौंदर्य को बिगाड़ते हैं, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी बहुत खतरनाक हैं।

प्रशासन से की गई मांगें
वैश्य सूड़ी समाज महासंघ के जिला अध्यक्ष अशोक नायक ने जिला पदाधिकारी राजीव रौशन से मिलकर लिखित आवेदन देकर निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
- टूटी हुई प्रतिमा को हटाकर नई प्रतिमा स्थापित की जाए।
- इस स्मारक स्थल की सफाई और नियमित देखरेख की व्यवस्था की जाए।
- इस स्मारक की उचित देखभाल के लिए एक समिति गठित की जाए, जिसकी सूची वो पहले ही प्रशासन को दे चुके है।
- बिजली के तारों को संगठित किया जाए ताकि स्मारक स्थल सुरक्षित और सुंदर दिखे।

नागरिकों और संगठनों की प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों में भी इस विषय को लेकर नाराजगी बढ़ रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है की इस विषय पर जल्द से जल्द कारवाही की जानी चाहिए। दरभंगा स्थित सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से तत्काल इस विषय पर कार्रवाई करने की अपील की है।

निष्कर्ष
Laheriasarai Tower Chowk (लहेरियासराय टावर चौक) पर स्थित “गांधी स्मारक स्तम्भ” स्मारक सिर्फ एक प्रतिमा ही नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक धरोहर होने के साथ-साथ राष्ट्रपिता को सम्मान देने का भी प्रतीक है। प्रशासन की अनदेखी के कारण इसकी गरिमा को ठेस पहुंच रहा है। इसलिए जिला प्रशासन को तत्काल इस विषय पर कार्रवाई करनी चाहिए। महात्मा गांधी की प्रतिमा को पुनः स्थापित करने, स्थल की सफाई और बिजली के तारों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। इसके अलावा, नागरिकों को भी इस विषय पर जागरूक होकर अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए ताकि यह स्मारक अपने असली गौरव को पुनः प्राप्त कर सके।

दरभंगा से सौरभ झा ,खबर हिंदुस्तान तक