न्याय तक पहुँच हर नागरिक का मौलिक अधिकार है, चाहे वह समाज के किसी भी वर्ग से आता हो। इसी कड़ी में, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) ने 4 जनवरी 2025 को दरभंगा के मंडल कारा में कैदियों के अधिकार और न्यायिक प्रक्रियाओं पर जागरूकता अभियान चलाया।
सिनोप्सिस दाखिल करना क्यों है जरूरी?
माननीय पटना उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, अब उच्च न्यायालय में क्रिमिनल अपील दायर करते समय सिनोप्सिस का दाखिला अनिवार्य कर दिया गया है। सिनोप्सिस वह दस्तावेज़ है जिसमें मुकदमे से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ संक्षेप में दी जाती हैं।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रंजन देव ने बताया कि अगर अपीलकर्ता सिनोप्सिस दाखिल नहीं करता है, तो उसकी अपील को दोषपूर्ण माना जाएगा। यह नियम न्याय प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और व्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से लागू किया गया है।
कैदियों के लिए निःशुल्क विधिक सेवा
श्री देव ने कैदियों को यह भी जानकारी दी कि जो सजायाफ्ता कैदी आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं और उच्च न्यायालय या सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने में असमर्थ हैं, वे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से निःशुल्क विधिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल उन कैदियों के लिए एक बड़ी राहत है जो आर्थिक अभाव के कारण न्याय पाने में असमर्थ रहते हैं।
मंडल कारा का निरीक्षण और विशेष व्यवस्थाएँ
श्री रंजन देव ने मंडल कारा के सभी वार्डों का निरीक्षण किया और बंदियों की रहने की स्थिति, भोजन की गुणवत्ता और स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। उन्होंने सर्द मौसम को देखते हुए बंदियों के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि ठंड के मौसम में बंदियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

न्याय तक पहुँच का संदेश
इस मौलिक अधिकार की जागरूकता अभियान के दौरान असिस्टेंट लीगल एड ऑफिसर अंकुर प्रिया, कारा अधीक्षक स्नेहलता, और सहायक मुन्ना दास भी उपस्थित थे। सभी ने मिलकर कैदियों को यह संदेश दिया कि न्याय सबके लिए है, और इसके लिए आर्थिक स्थिति बाधा नहीं बन सकती।
निष्कर्ष
DLSA का यह प्रयास कैदियों के अधिकारों को सुनिश्चित करने और न्याय प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। न्यायिक प्रक्रियाओं के प्रति जागरूकता फैलाना और कमजोर वर्गों को न्याय दिलाने में सहायता करना एक ऐसा कार्य है, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का मार्ग प्रशस्त करता है।

दरभंगा से सौरभ झा ,खबर हिंदुस्तान तक